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कंधे का दर्द - कारण, लक्षण, दवा और इलाज | Shoulder Pain in Hindi

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Medically Reviewed by Dr. Aman Priya Khanna
Written by Nikita Tyagi, last updated on 9 September 2023| min read
कंधे का दर्द - कारण, लक्षण, दवा और इलाज | Shoulder Pain in Hindi

Quick Summary

  • Knee pain is a common problem that can affect people of all ages. It can be caused by a variety of factors, including injury, arthritis, and overuse.
  • There are a number of different treatments for knee pain, including rest, ice, heat, medication, and surgery.
  • If you are experiencing knee pain, it is important to see a doctor to determine the cause and get the appropriate treatment.

कई अध्ययनों के अनुसार कंधे में दर्द की समस्या बुजुर्गों के साथ - साथ कम उम्र के लोगों में भी देखी जा सकती है। विशेष रूप से ऐसे लोग जो खेलकूद में ज्यादा सक्रिय रहते हैं उनमें कंधे का दर्द होना आम बात है। 

कंधे में दर्द होने के कारण दैनिक जीवन भी प्रभावित होता है इसलिए इसका सही समय पर उपचार होना जरुरी हो जाता है। कंधे का दर्द कुछ दवाइयों, उपायों और इलाज की मदद से ठीक किया जा सकता है। आइए समझते हैं कि कंधे में दर्द क्यों होता है, इसके लक्षण क्या होते हैं और इसे ठीक करने के क्या उपाय और इलाज हैं।

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कंधे के दर्द का कारण

कंधे का दर्द होने के एक नहीं कई कारण होते हैं और हर व्यक्ति के कंधे में दर्द होने की वजह एक दूसरे से अलग हो सकती है। शारीरिक गतिविधियों के अनुसार कंधे में दर्द होने के मुख्य कारण निम्नलिखित इस तरह से हैं l 

जीवनशैली के कारण 

  1. पोषक तत्वों की कमी: जब आहार में उचित पौष्टिक पदार्थ जैसे कि कैल्शियम, जिंक, मैग्निशियम, ओमेगा ३ फैटी एसिड जैसे तत्व शामिल नहीं होते तो शरीर में कमजोरी आ सकती है।
  2. जरूरत से ज्यादा काम करना: जब व्यक्ति जरूरत से ज्यादा भारी सामान उठाता है या फिर लंबे समय तक काम करता है तो ऐसे में उसके कंधे में दर्द की समस्या हो सकती है।
  3. गलत मुद्रा में रहने से: गलत मुद्रा में बैठने, लेटने और खड़े रहने से भी कंधे में दर्द की समस्या हो सकती है। 

बीमारी के कारण 

  1. टेंडिनाइटिस: यह एक ऐसी स्थिति होती है जब रोटेटर कफ में जलन या फिर सूजन जैसी समस्या होने लगती है जिसकी वजह से कंधे में दर्द होता है। 
  2. बर्साइटिस: इस बीमारी में शरीर के जोड़ों की तरल थैली (बर्सा) में सूजन आ जाता है। इससे जोड़ो में रगड़ या घर्षण जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है जो कंधों में दर्द का कारण बन जाती है।
  3. फ्रोजन शोल्डर: कंधे में दर्द होने के पीछे फ्रोजन शोल्डर भी एक मुख्य कारण होता है। इसमें रोगी के कंधे में अकड़न और दर्द की समस्या होती है। 
  4. आर्थराइटिस: कंधे में दर्द आर्थराइटिस की वजह से भी हो सकता है। आर्थराइटिस यानी गठिया होने पर कार्टिलेज नाम का मुलायम और लचीला ऊतक धीरे-धीरे कम होने लगता है जिसकी वजह से कंधे में दर्द होता है।

चोट के कारण 

  1. कंधे का डिसलोकेट हो जाना: जब कंधे की हड्डी अपने सॉकेट से खिसक जाती है तो उसकी वजह से भी कंधे में दर्द की समस्या हो जाती है। 
  2. फ्रैक्चर होने पर: हड्डी के टूटने पर भी कंधे में दर्द की समस्या देखने को मिलती है। आमतौर  लोगों को होती है जो अधेड़ उम्र के होते हैं। इसके अलावा चोट लगने पर अगर हड्डी टूट जाए तो भी कंधे में दर्द होता है। 

वृद्धावस्था 

  1. उम्र बढ़ने से शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है और कोशिकाओं का बनना भी धीमा हो जाता है जिस वजह से कंधे में कमजोरी आ सकती है।
  2. वृद्धावस्था में आर्थराइटिस की समस्या होना काफी सामान्य है।
  3. कंधे का दर्द कमजोरी और आर्थराइटिस के कारण हो सकता है।
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कंधे में दर्द के लक्षण

कंधे में दर्द होने पर लक्षण आसानी से पता चल जाते हैं। सुबह सोकर उठने पर भी कंधे में होने वाले दर्द और सूजन को महसूस किया जा सकता है। कंधे में दर्द होने पर ये लक्षण दिख सकते हैं:  
  1. कंधे को हिलाने में तकलीफ होती है।
  2. कोई भी काम करते समय कंधे के साथ-साथ बाजू में लगातार दर्द बने रहना।
  3. किसी भी सामान को उठाते समय कंधे में अकड़न महसूस होना।
  4. कंधे में दर्द के साथ-साथ सूजन रहना। 
  5. दर्द वाली जगह पर लाल और नीले निशान पड़ना। 

कंधे के दर्द के उपाय

कंधे के दर्द का घरेलू उपाय इसे ठीक करने में मदद कर सकते हैं और इसके अलावा कुछ अन्य कारगर उपाय कंधे में हो रहे दर्द को ठीक कर सकते हैं। कंधे के दर्द के ईलाज के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय आजमाए जा सकते हैंl
  1. जीवनशैली में बदलाव: कंधे में दर्द आमतौर पर खराब जीवनशैली की वजह से हो सकता है। ऐसे में अगर रोगी अपनी जीवनशैली में कुछ निम्नलिखित बदलाव कर ले तो उसे कमर दर्द से राहत मिल सकती है:
  2. खान-पान पर ध्यान दें: आहार में ऐसी चीजें खाएं जिनमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन,ओमेगा ३ फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व मौजूद हों। इसलिए हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजे फल, अंडे, मछली, दूध और दही का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। 
  3. सोने की मुद्रा ठीक रखें: कंधे के दर्द के पीछे सोने की मुद्रा भी काफी हद तक असर डालती है। इसलिए हमेशा किस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप अपनी कमर के बल या फिर पेट के बल सोएं। यदि कंधे में दर्द है तो ऐसे में उस तरफ की करवट से ना लेटें।
  4. घरेलू नुस्खे: कंधे में हो रहे दर्द से आराम पाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे अस्थाई राहत दे सकते हैं। कुछ असरदार घरेलू नुस्खे इस प्रकार हैं:
  5. ठंडी सिकाई: बर्फ से सिकाई करना कंधे के दर्द को कम कर सकता है। इसके लिए बर्फ लेकर उसे किसी कपड़े में लपेटकर कंधे पर उससे सिकाई करें।
  6. हीट थेरेपी: किसी बोतल में गर्म पानी भर कर उससे कंधे में हो रहे दर्द के स्थान पर सिकाई करें। 
  7. कंधे के दर्द का घरेलू उपाय जैसे कि सेंधा नमक वाले पानी से नहाना, हल्के गर्म तेल से मसाज करना, सेब के सिरके, नींबू,अदरक और हल्दी का इस्तेमाल करने से कंधे का दर्द कम हो सकता है। 

कंधे की दर्द की दवा

कंधे में दर्द होने पर ऑर्थोपेडिक डॉक्टर आइबुप्रोफेन या नेप्रोक्सीन दवा लेने की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर कुछ दूसरी दवाइयां जैसे कि एसिटामिनोफेन, एस्प्रिन कंधे के दर्द को कम करने के लिए दे सकते हैं। 

कंधे के दर्द का ईलाज

कंधे में हो रहे दर्द का इलाज करने के लिए सबसे पहले रोगी को चाहिए कि वो ऑर्थोपेडिक डॉक्टर के पास जाए।‌ डॉक्टर रोगी के कंधे का निदान करते हैं और स्थिति के अनुसार उपचार शुरु करते हैं।
कंधे के दर्द का इलाज मुख्य रूप से सर्जिकल और नॉन - सर्जिकल तरीकों से किया जा सकता है जो निम्नलिखित हैं:

नॉन - सर्जिकल उपचार

कंधे के दर्द और अकड़न को कम करने के लिए कुछ नॉन सर्जिकल उपचार निम्नलिखित हैं:
  1. इंजेक्शन: कंधे के दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर स्टीरॉयड इंजेक्शन दे सकते हैं। 
  2. टॉपिकल पेन रिलीवर्स: कंधे में दर्द से राहत पाने के लिए ऑर्थोपेडिक डॉक्टर मलहम और ट्यूब लगाने की भी सलाह दे सकते हैं। इनमें कुछ तत्व जैसे कि मेंथॉल, कपूर, मिथाइल सालिसाइलेट शामिल होते हैं जो कंधे के दर्द और सूजन से निपटने में मदद कर सकते हैं। 

सर्जिकल उपचार

जब कंधे का दर्द घरेलू उपाय और इंजेक्शन से सही नहीं होता तो  ऑर्थोपेडिक डॉक्टर रोगी को सर्जरी करने की सलाह देते हैं। कंधे की सर्जरी कई प्रकार की होती है जैसे कि:
  1. शोल्डर रिप्लेसमेंट : यह एक ऐसी सर्जरी है जिसमें रोगी के कंधे के जोड़ों को सर्जरी करके कृत्रिम जोड़ों से बदला जाता है।
  2. ओपन टेंडन रिपेयर:हड्डियों को खींचने वाले टेंडन जब खराब हो जाते हैं तो उसे रिपेयर करने के लिए ओपन टेंडन रिपेयर सर्जरी की जाती है। 
  3. टेंडन ट्रांसफर: क्षतिग्रस्त टेंडन को बदलने के लिए यह सर्जरी की जाती है।
  4. रोटेटर कफ रिपेयर: कई बार गिरने से या फिर चोट लगने से रोटेटर कफ प्रभावित हो जाती है ऐसे में इसे ठीक करने के लिए रोटेटर कफ सर्जरी की जाती है। 
  5. आर्थ्रोस्कॉपी:  आर्थ्रोस्कॉपी की मदद से कंधे के अंदरूनी जोड़ों के प्रभावित हिस्सों को पेंसिल जैसे उपकरण का प्रयोग करके निकाला जाता है। 
  6. एक्रोमायोक्लेविकुलर जॉइंट रिपेयर:  एक्रोमायोक्लेविकुलर सर्जरी की सहायता से कंधों के जोड़ों ( ए.सी. ज्वाइंट ) की मरम्मत की जाती है। 

सारांश

इस लेख में हमने जाना कि कंधे में दर्द कई वजहों जैसे खराब जीवनशैली, अधिक मेहनत, चोट, बीमारी और बुढ़ापे के कारण हो सकती है। कंधे के दर्द  को कुछ दवाइयों और घरेलू उपाय जैसे सिकाई, जीवनशैली में बदलाव लाने से ठीक किया जा सकता है। इन उपायों से भी अगर कंधे का दर्द ठीक ना हो तो डॉक्टर शोल्डर रिप्लेसमेंट, ओपन टेंडन रिपेयर, रोटेटर कफ रिपेयर, आर्थ्रोस्कॉपी जैसे सर्जिकल उपचार कर सकते हैं।


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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

कंधे में दर्द फ्रोजन शोल्डर से, शरीर के जोड़ों की थैली यानी बर्सा में सूजन आने से, गठिया से, कंधे का अपनी जगह से खिसक जाने से, फ्रैक्चर हो जाने से होता है। 
 
कंधे के दर्द में की जाने वाली एक्सरसाइज निम्नलिखित हैं:
  1. गर्दन ढीला रखना (नेक रिलीज़)
  2. छाती विस्तार (चेस्ट एक्सपेंशन)
  3. गरुड़ासन (ईगल आर्म्स स्पाइनल रोल्स)
  4. भारद्वाजासन (सीटिड ट्विस्ट)
  5. कंधे का घेरा (शोल्डर सर्कल्स) 
  6. द्वारकंध खिंचाव (डोरवे शोल्डर स्ट्रेच) 
  7. निम्न श्वानासन (डाउनवार्ड डॉग पोज)
  8. बालासन (चाइल्ड पोज़)
  9. उर्ध्वा मुख पसासन (थ्रेड द नीडल)
गर्दन और कंधे में दर्द फाइब्रॉम्याल्जिया, कंधे की गठिया, सर्वाइकल हर्नियाटेड डिस्क , सर्वाइकल स्पाइन में समस्या होने, गर्दन या सिर में चोट लगने और उम्र बढ़ने की वजह से हो सकता है। 
 
कई बार बाएं कंधे का दर्द हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। अगर बाएं कंधे में दर्द के साथ-साथ व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है, बहुत ज्यादा पसीना आता है, बेचैनी और घबराहट महसूस होती है तो हार्ट अटैक होने के लक्षण हो सकते हैं।  
 
दाहिने कंधे में दर्द की समस्या आमतौर पर रोटेटर कफ की चोट का लक्षण है। इसके अलावा कंधे में फ्रैक्चर, कंधे का अपनी जगह से खिसक जाना , कॉलर बोन का टूट जाना, फ्रोजन शोल्डर जैसी समस्याएं होने पर भी दाहिने कंधे में दर्द हो सकता। 
 
कंधे की जकड़न दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है कि नियमित रूप से व्यायाम किया जाए। इसके लिए बहुत सी एक्सरसाइज है जिन्हें करके कंधे की जकड़न से छुटकारा पाया जा सकता है जैसे कि अक्रॉस द चेस्ट स्ट्रेच, नेक रिलीज़, चेस्ट एक्सपेंशन, सीटिड ट्विस्ट, शोल्डर सर्कल्स। 
 
घर पर गर्दन और कंधे के दर्द का इलाज कई प्रकार से किया जा सकता है जो कि निम्नलिखित हैं:
  1. जकड़न और दर्द को दूर करने के लिए व्यायाम और योगासन करें।
  2. रोज एक गिलास हल्के गर्म पानी में नींबू निचोड़ कर सेवन कर सकते हैं।
  3. एसेंशियल ऑयल से मालिश कर सकते हैं।
गर्दन और कंधे का दर्द दूर होने में जो समय लगता है वह इस बात के ऊपर निर्भर करता है कि दर्द की स्थिति कैसी है। अगर मांसपेशियों में तनाव या गलत मुद्रा में सोने की वजह से गर्दन और कंधे में दर्द की समस्या हो जाती है तो ऐसे में २-३ हफ्तों में ठीक हो जाता है। परंतु गर्दन और कंधे में अगर चोट लग जाए या फिर किसी बीमारी की वजह से दर्द हो तो फिर दर्द को ठीक होने में ज्यादा समय लग सकता है। 
 
आपको अपनी गर्दन और कंधे के दर्द की चिंता उस समय करनी चाहिए जब यह लगातार बना रहे क्योंकि हल्का फुल्का दर्द कुछ ही दिनों में खुद ही दूर हो जाता है लेकिन जब गर्दन या कंधे में किसी प्रकार की कोई बीमारी जैसे कि फ्रोजन शोल्डर, सर्वाइकल , गठिया या कोई अन्य समस्या होती है तो वो चिंताजनक हो सकता है। ऐसे में ऑर्थोपेडिक डॉक्टर के पास जाकर उसका इलाज करवाना चाहिए। 
 
कंधे की मालिश करने के लिए कोई भी तेल जैसे कि नारियल तेल, सरसों का तेल या फिर जैतून का तेल लिया जा सकता है। मालिश करने से पहले तेल को अगर हल्का गर्म कर लिया जाए तो बेहतर रहता है। दोनों हाथों पर तेल लेकर कंधों पर गोल-गोल घुमाते हुए मालिश करनी चाहिए। मालिश करते समय कंधों पर हाथों का दबाव ना बहुत हल्का रखें और ना बहुत ज्यादा तेज़।  
दाहिने कंधे के दर्द को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
  1. ठंडी सिकाई
  2. योगासन करें
  3. स्ट्रेचिंग करें
  4. सही मुद्रा में सोएं 
  5. डॉक्टर की सलाह पर दर्द कम करने वाली दवाई जैसे कि आइबुप्रोफेन ली जा सकती है।
अगर आप के बाएं कंधे में दर्द है तो ऐसे में आपको अपनी पीठ के बल सोना चाहिए क्योंकि इससे आपके कंधे के जोड़ों पर दबाव नहीं पड़ेगा। इसके अलावा आप पेट के बल भी सो सकते हैं। सोते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप बाएं कंधे की तरफ से ना सोएं क्योंकि इससे आपका दर्द बढ़ सकता है।
 
कंधे में दर्द से राहत पाने के लिए कई एक्सरसाइज की जा सकती हैं जिनमें से मुख्य निम्नलिखित हैं:
  1. कंधचक्र (शोल्डर रोल) 
  2. कंधों को ऊपर उठाना (आर्म रेज़िज़) 
  3. कंधों का घेरा (आर्म सर्कल)
  4. मर्जरासन  
  5. द्वारकंध खिंचाव (डोरवे स्ट्रेच)
  6. उर्ध्वा मुख पसासन (थ्रेड द नीडल)
  7. गरुड़ासन 

हाथ उठाने पर कंधे में दर्द रोटेटर कफ के कारण हो सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य कारणों जैसे सर्वाइकल, हर्नियाटेड डिस्क, कंधे के खिसक जाने से भी दर्द हो सकता है। 
 
कंधे के दर्द को कम करने के लिए योगासन, व्यायाम, सिकाई, नींबू पानी का सेवन किया जा सकता है। अगर दर्द कम ना हो तो ऐसे में ऑर्थोपेडिक डॉक्टर की सलाह से दर्द निवारक दवाइयां जैसे कि नेप्रोक्सीन ली जा सकती है।
 

Last Updated on: 9 September 2023

Disclaimer: यहाँ दी गई जानकारी केवल शैक्षणिक और सीखने के उद्देश्य से है। यह हर चिकित्सा स्थिति को कवर नहीं करती है और आपकी व्यक्तिगत स्थिति का विकल्प नहीं हो सकती है। यह जानकारी चिकित्सा सलाह नहीं है, किसी भी स्थिति का निदान करने के लिए नहीं है, और इसे किसी प्रमाणित चिकित्सा या स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से बात करने का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए।

समीक्षक

Dr. Aman Priya Khanna

Dr. Aman Priya Khanna

MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES

12 Years Experience

Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More

लेखक

Nikita Tyagi

Nikita Tyagi

BPharm (Jawaharlal Nehru Technical University, Hyderabad)

2 Years Experience

An enthusiastic writer with an eye for details and medical correctness. An avid reviewer and publisher. She emphasises authentic information and creates value for the readers. Earlier, she was involved in making ...View More

विशेषज्ञ डॉक्टर (2)

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