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बाल झड़ना कैसे रोके? - अपनाएं ये प्रभावी तरीके जो बालों को झड़ने से रोके

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Medically Reviewed by Dr. Aman Priya Khanna
Written by Nikita Tyagi, last updated on 7 November 2022| min read
बाल झड़ना कैसे रोके? - अपनाएं ये प्रभावी तरीके जो बालों को झड़ने से रोके

Quick Summary

How to Prevent Hair Loss

Here are some tips to help prevent hair loss:

  • Use a gentle shampoo and conditioner.
  • Avoid using hot styling tools on your hair.
  • Eat a healthy diet that includes plenty of fruits, vegetables, and whole grains.
  • Get regular exercise.
  • Manage stress.
  • See a doctor if you are experiencing hair loss.
भारत में लगभग ३.५ करोड़ पुरषों में और २.१ करोड़ महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या होती है। बालों का झड़ना कई कारणों से होता है जैसे हार्मोन में परिवर्तन, अनुवांशिक वजह, ऑटोइम्यून की बीमारी और पोषक तत्वों की कमी मुख्य कारण होते हैं। 

बालों को झड़ने से रोकने के लिए कुछ उपाय कारगर साबित हो सकते हैं। इन उपायों को डॉक्टर की देखरेख में आजमाया जा सकता है। आइए देखते हैं कौन से उपाय हैं जिनकी मदद से बालों का झड़ना रोका जा सकता है।

बालों का झड़ना क्या होता है?

कंघी करते समय या नहाते समय बालों का बहुत कम मात्रा में टूटना सामान्य है लेकिन रोजाना १०० से अधिक बाल झड़ने पर यह गंजेपन की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। जब १०० से अधिक बाल प्रतिदिन झड़ने लगते हैं तो इस स्थिति को बालों का झड़ना या एलोपेसिया कहते हैं। बालों को झड़ने से रोकने के लिए कुछ घरेलू उपायों को आजमाया जा सकता है। अगर इन घरेलू उपायों से बालों का झड़ना नही रुकता है तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। 
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बालों का झड़ना कैसे रोकें

बालों को झड़ने से रोकने के लिए मुख्य रूप से २ तरह के उपाय हो सकते हैं। पहला घरेलू उपाय की मदद ली जा सकती है जिसमे जीवनशैली सुधार भी शामिल है। दूसरा उपाय चिकित्सीय उपचार हो सकता है जिसमें दवाईयां, थेरेपी और सर्जरी शामिल हैं। 

घरेलू उपाय 

बालों को झड़ने से रोकने के लिए कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं: 
  1. खान - पान
    बालों का झड़ना कई कारणों से होता है जिसमे उचित खान - पान का सेवन न करना भी एक मुख्य कारण है इसलिए एक उचित डाइट प्लान का होना भी आवश्यक है। बालों को झड़ने से रोकने के लिए निम्नलिखित फलों और सब्जियों का सेवन किया जा सकता है: 
    1. फल: बालों की सेहत के लिए ताजे फल का सेवन करना आवश्यक होता है। फलों में विटामिन ए, बी, सी, डी, ई, बायोटिन, फोलेट प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बालों के स्वास्थ्य को बेहतर रखते हैं। बालों को झड़ने से बचाने के लिए आड़ू, केला, सेब, स्ट्रॉबेरी, पपीता, एवोकाडो और सभी तरह के खट्टे फल खाना चाहिए।
    2. सब्जियां: हरी सब्जियां प्रोटीन और आयरन युक्त होती हैं जो बालों को झड़ने से बचाती हैं। सब्जियों में पालक, साग, बैंगन, टमाटर, मूली, गाजर, ब्रोकली आदि का सेवन किया जा सकता है। 
    3. खाद्य पदार्थ: फैटी फिश, कम चर्बी वाले चिकन, अंडे, दूध, दाल, पनीर, ब्राउन राइस, शकरकंद जैसे खाद्य पदार्थों में उचित मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जिससे बालों को पोषण मिलता है। 
  2. तेल
    तेलों में प्राकृतिक रूप से ओमेगा-3 फैटी एसिड, कैल्शियम, पोटेशियम, सल्फर आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। स्कैल्प और हेयर फॉलिकल्स के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए कुछ एसेंशियल ऑयल और सामान्य तेल फायदेमंद होते हैं जो निम्नलिखित हैं:  
    1. शीशम का तेल: शीशम के तेल में विटामिन ई, एंटी - ऑक्सीडेंट और ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स होते हैं जो बालों के स्वास्थ्य को बेहतर रखते हैं।
    2. भृंगराज का तेल: इस तेल में विटामिन डी, विटामिन ई, मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन पाया जाता है जो बालों की सेहत के लिए फायदेमंद है। 
    3. प्याज का तेल: प्याज के तेल में मुख्य रूप से सल्फर होता है जो हेयर फॉलिकल्स को बढ़ाता है। इससे बालों को वापस उगने में मदद मिलती है। 
    4. अरंडी का तेल: यह तेल प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टेरियल और एंटीफंगल होता है जिससे बालों में किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन नही फैलता है। इसमें विटामिन ई भी होता है जो बालों को चमकीला और मजबूत बनाता है। 
    5. बादाम का तेल: इसमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन के साथ विटामिन ई और ओमेगा 3 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं जो बालों को झड़ने से बचाते हैं। 
    6. नारियल का तेल: २००३ में हुई एक स्टडी में पाया गया कि नारियल का तेल लगाने से स्कैल्प से प्रोटीन का नुकसान अन्य तेलों के मुकाबले कम होता है। इसका अर्थ यह है कि नारियल का तेल बालों को झड़ने से रोकता है। 
    7. सरसो का तेल: सरसो के तेल में एंटीफंगल गुण होता है जो स्कैल्प में होने वाले इन्फेक्शन से बचाता है। इसके अलावा इसमें ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स पाए जाते हैं जो बालों को झड़ने से रोकने में मदद करते हैं। 
    8. जैतून का तेल:  जैतून के तेल में मुख्य रूप से ओलेइक एसिड पाया जाता है जो बालों को मुलायम बनाता है और टूटने से रोक सकता है। 
  3. रस 
    बालों को झड़ने से रोकने में फायदा पहुंचाने वाले कुछ रस को बालों पर लगाया जा सकता है जो निम्नलिखित है: 
    1. प्याज का रस:  प्याज के रस में सल्फर होता है जो बालों के हेयर फॉलिकल्स को स्वस्थ रखने में मदद करता है। 
    2. एलोवेरा का रस: इसमें ८ एंजाइम ( अमायलेज, लिपेज, कैटलेज, सेलुलेज, एल्कलाइन फॉस्फेटेज, एलिएस, ब्रैडीकिनेज) होते हैं जो डैंड्रफ और खुजली होने से बचाते हैं।  
    3. पालक का रस: पालक के रस में आयरन और विटामिन बी होता है जो बालों की सेहत के लिए आवश्यक होता है। 
    4. अदरक का रस: अदरक के रस में जिंजरोल पाया जाता है जो स्कैल्प में खून के बहाव को बढ़ाता है जिससे बाल मजबूत होते हैं और झड़ना कम हो सकता है।  
    5. कीवी का रस: कीवी के रस में विटामिन ई और एंटी - ऑक्सीडेंट होते हैं जो बालों को मजबूती देते हैं। 
    6. धनिया का रस:  धनिया के पेस्ट को बालों पर लगाया जा सकता है या इसके रस को पिया जा सकता है। धनिया में विटामिन ए, बी १२, और विटामिन डी होता है जो बालों को पोषण देता है। 
  4. व्यायाम 
    1. दैनिक रूप से एक्सरसाइज या योगासन करने से स्कैल्प में खून का बहाव अच्छा बना रहता है जिससे हेयर फॉलिकल्स और बालों में मजबूती आती है। इसके अलावा योगासन करने से मस्तिष्क में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है जिससे विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।
    2. कुछ योगासन जैसे कपालभाती, अधोमुख स्वानासन, वज्रासन, मत्स्यासन, बालासन, शीर्षासन और सर्वांगासन करने से बालों की सेहत में सुधार होता है और बालों का झड़ना कम हो सकता है। 

आयुर्वेदिक उपाय 

  1. गिलोय: गिलोय में एंटी - ऑक्सीडेंट और कई औषधीय गुण होते हैं जो बालों में डेंड्रफ को कम करते हैं। इस प्रकार गिलोय का इस्तेमाल बालों का झड़ना कम कर सकता है।  
  2. भृंगराज: इस औषधि में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और अन्य विटामिन अच्छी मात्रा में होते हैं जो बालों को पोषण देते हैं।
  3. मेथी: मेथी में प्रोटीन, विटामिन्स और फॉलिक एसिड होते हैं जो बालों को झड़ने से रोकने में कारगर हो सकते हैं। मेथी के पेस्ट को स्कैल्प पर लगाने से डैंड्रफ भी कम हो सकते हैं।  
  4. आमला: आमला में विटामिन सी होता है जो हेयर फॉलिकल्स को पोषण देता है और इस प्रकार बालों का झड़ना कम हो सकता है। 
  5. रीठा: रीठा का इस्तेमाल आयुर्वेद में सदियों से होता रहा है। रीठा में आयरन भरपूर मात्रा में होता है जो हेयर फॉलिकल्स को मजबूती देता है और डैंड्रफ को कम करता है। 
  6. जोजोबा: जोजोबा में विटामिन ए, एंटी - ऑक्सीडेंट और जिंक पाया जाता है। इससे बाल मजबूत होते हैं और चमक भी बढ़ती है।  

मेडिकल उपाय 

घरेलू उपायों के इस्तेमाल के बावजूद भी यदि बाल झड़ते हैं तो डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जाना चाहिए। डॉक्टर बालों के झड़ने के पैटर्न के अनुसार कुछ दवाईयां दे सकते हैं। अगर दवाइयों से बालों का झड़ना नही रुकता है तो डॉक्टर स्टेरॉइड का इंजेक्शन देते हैं और अंततः सर्जरी करवाने की सलाह दे सकते हैं। मेडिकल उपाय में निम्नलिखित चरण हो सकते हैं:  
  1. दवाईयां: आमतौर पर डॉक्टर बालों के झड़ने का कारण जानने के बाद कुछ दवाईयां लेने की सलाह दे सकते हैं। 
  2. इंजेक्शन: दवाइयों से आराम न मिलने पर आमतौर पर डॉक्टर कोर्टिकोस्टेरॉइड के इंजेक्शन देते हैं। इस इंजेक्शन को हर ४ से ८ हफ्तों में दिया जाता है। 
  3. सर्जरी: जब सभी उपाय असफल हो जाते हैं तो एकमात्र उपाय सर्जरी का होता है जिसमे हेयर ट्रांसप्लांट करके बालों को वापस उगाया जा सकता है। हेयर ट्रांसप्लांट आमतौर पर एक सफल और सुरक्षित सर्जरी मानी जाती है।

बाल झड़ने पर इन बातों का ध्यान रखें

बालों के झड़ने के दौरान कुछ निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए: 
  1. गीले बालों में कंघी करने से बचें क्योंकि इस समय बाल टूटने की संभावना अधिक रहती है। 
  2. जोर - जोर से कंघी करने से बचें।
  3. अधिक शैंपू या रसायन वाली चीजों का इस्तेमाल करना बंद कर दें।
  4. फास्टफुड की जगह पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें। 
  5. स्कैल्प में खून के बहाव को कम न होने दे इसलिए एक्सरसाइज या योगासन करें।  

सारांश

इस लेख में हमने समझा कि बालों का झड़ना कई तरीकों से रोका जा सकता है। आमतौर पर बालों को झड़ने से रोकने के लिए तीन तरह के उपाय किए जा सकते हैं; घरेलू, आयुर्वेदिक और मेडिकल उपाय। घरेलू उपाय में खान - पान, व्यायाम, तेल इत्यादि का इस्तेमाल करके बालों का झड़ना रोका जा सकता है। आयुर्वेदिक उपाय में कुछ औषधियों जैसे रीठा, भृंगराज, मेथी इत्यादि का इस्तेमाल किया जा सकता है। मेडिकल उपाय में दवाइयों और इंजेक्शन की मदद से बालों का झड़ना रोका जा सकता है। बालों का झड़ना न रुकने पर अंततः सर्जरी की मदद से झड़े हुए बालों को वापस उगाया जा सकता है। 

ट्राइकोलॉजिस्ट या डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लेने में हेक्साहेल्थ आपकी मदद कर सकता है। HexaHealth पर मौजूद लगभग सभी डॉक्टर के अनुभव १० साल से भी अधिक है। किसी भी प्रकार की सर्जरी में हेक्साबडीज ( हेक्साहेल्थ टीम ) हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले ही आपकी मदद करते हैं और सर्जरी के बाद भी आपका पूरा ध्यान रखते हैं। हेक्साहेल्थ के माध्यम से अप्वाइंटमेंट लेकर आप विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श भी ले सकते हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

बालों का झड़ना रोकने के लिए बालों में आंवला का रस, प्याज का रस और तेल, अंडा, शीशम का तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इन सबके अलावा हरी सब्जियों और ताजा फलों का सेवन जरूर करना चाहिए।
 
बालों का झड़ना कम समय में रोकने के लिए ऐसी चीजें खानी चाहिए जिनमे कैल्शियम, प्रोटीन, जिंक, विटामिन और अन्य पोषक तत्व मौजूद हों जैसे सैलमन मछली, सोयाबीन, अंडे, हरी सब्जियां, ताजा फल इत्यादि। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह पर कुछ दवाईयां ले सकते हैं। 
 
बालों को झड़ने से रोकने के लिए कुछ तेल मददगार साबित हो सकते हैं। शीशम का तेल, बादाम का तेल, नारियल का तेल, भृंगराज, आमला और आर्गन के तेल में पोषक तत्व और फैटी एसिड होते हैं जो बालों का रूखापन, रोमछिद्रों (हेयर फॉलिकल्स) को डैमेज होने से बचाते हैं।  
 
बालों में तेल लगाने से स्कैल्प और हेयर फॉलिकल्स को पोषण मिलता है। पानी और तेल एक दूसरे को प्रतिकर्षित ( दूर ) करते हैं इसलिए गीले बालों में तेल लगाने से स्कैल्प पूरी तरह से तेल को सोख नही पाता है। सूखे बालों के मुकाबले गीले बालों में तेल लगाने से फायदे कम और सीमित हो जाते हैं। 
 
बहुत ज्यादा बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अनुवांशिक कारण, एलोपेसिया एरिटा ( ऑटोइम्यून की बीमारी ), हार्मोन परिवर्तन, स्कैल्प में इन्फेक्शन, दवाईयों के दुष्प्रभाव, साईफिलिस ( यौन संचारित संक्रमण ), पोषक तत्वों की कमी आदि। 
 
रात भर तेल लगाने से स्कैल्प को अधिक समय तक पोषण मिलता है। इसके अलावा रात को तेल लगाने से बालों में धूल जाने की संभावना न के बराबर होती है। इन फायदों को देखते हुए रात में तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।  
 
विशेषज्ञों के अनुसार बालों में प्रतिदिन दो बार कंघी करने से बालों का स्वास्थ्य बना रहता है। हेयर फॉलिकल्स में मौजूद वसामय ग्रंथियाँ एक प्राकृतिक तेल को निकालती हैं। कंघी करने से ये तेल पूरे स्कैल्प में फैलता है जिससे बालों को पोषण मिलता है। इसके अलावा कंघी करने से स्कैल्प में खून का बहाव बढ़ता है जो बालों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। 
 
आमतौर पर सरसों के तेल को बालों में किसी भी समय लगाया जा सकता है लेकिन सरसों का तेल लगाने के बाद बाहर या धूल भरी जगह पर नहीं जाना चाहिए क्योंकी धूल और प्रदूषण स्कैल्प में चिपक जाते हैं। इसलिए सरसों के तेल को नहाने से पहले या रात के समय लगाना ज्यादा उपयुक्त रहता है। 
 
सरसों के तेल में ओमेगा फैटी एसिड्स होते हैं जो स्कैल्प और हेयर फॉलिकल्स को पोषण देते हैं। सरसों का तेल बालों के लिए फायदेमंद होता है लेकिन अगर इसे अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है तो स्कैल्प में जलन महसूस हो सकती है। 
 
कई तरह के तेल आजकल उपलब्ध हैं जिनमे जिंक, प्रोटीन और कैल्शियम होता है जो बालों को लंबा करते हैं और मजबूत बनाते हैं। बादाम का तेल, नारियल का तेल, सरसों का तेल और प्याज का तेल बालों में लगाने से बालों को तेजी से बढ़ने में मदद मिलती है।  
रोजाना सरसों का तेल या कोई भी तेल लगाने से बालों में डेंड्रफ बढ़ सकता है। क्योंकि तेल लगाने से धूल और गंदगी तेजी से फैल सकता है इसलिए स्कैल्प में खुजली और इन्फेक्शन हो सकता है। रोजाना सरसों का तेल लगाने से असहजता और जलन महसूस हो सकती है।  इसलिए किसी भी तेल को हफ्ते में एक या दो बार तेल लगाना अधिक फायदेमंद हो सकता है। 
 
सोते समय बालों को टूटने से बचाने के लिए किसी स्कार्फ से बांध सकते हैं। सोने से पहले बालों को कंघी करके सुलझा लेना चाहिए जिससे वो आपस में फंस न पाएं। सोते समय सिल्क या किसी मुलायम तकिए का इस्तेमाल करें। इन बातों का ध्यान रखने से बालों पर जोर कम पड़ता है जिससे बाल टूटते नही हैं। 
 
बालों का झड़ना कई कारणों से होता है जैसे अनुवांशिक कारण, हार्मोन में परिवर्तन, ऑटोइम्यून की बीमारी जैसे एलोपेसिया एरीटा आदि। विटामिन की बात करें तो बालों के झड़ने के पीछे विटामिन डी और विटामिन बी १२ मुख्य कारण हैं।  
 
बालों को घना करने के लिए स्कैल्प पर प्याज का रस लगाया जा सकता है। प्याज में सल्फर पाया जाता है जो रोमछिद्रों ( हेयर फॉलिकल्स ) के स्वास्थ्य को बेहतर करता है और झड़े हुए बालों को वापस उगने में भी मदद करता है। इस प्रकार बालों को घना होने में मदद मिलती है। प्याज के रस के अलावा प्याज का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
 

Last Updated on: 7 November 2022

Disclaimer: यहाँ दी गई जानकारी केवल शैक्षणिक और सीखने के उद्देश्य से है। यह हर चिकित्सा स्थिति को कवर नहीं करती है और आपकी व्यक्तिगत स्थिति का विकल्प नहीं हो सकती है। यह जानकारी चिकित्सा सलाह नहीं है, किसी भी स्थिति का निदान करने के लिए नहीं है, और इसे किसी प्रमाणित चिकित्सा या स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से बात करने का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए।

समीक्षक

Dr. Aman Priya Khanna

Dr. Aman Priya Khanna

MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES

12 Years Experience

Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More

लेखक

Nikita Tyagi

Nikita Tyagi

BPharm (Jawaharlal Nehru Technical University, Hyderabad)

2 Years Experience

An enthusiastic writer with an eye for details and medical correctness. An avid reviewer and publisher. She emphasises authentic information and creates value for the readers. Earlier, she was involved in making ...View More

विशेषज्ञ डॉक्टर (7)

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